Winter School Holidays: राजस्थान में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग ने कई जिलों में सर्दी और कोहरे का अलर्ट जारी किया है। इसी को देखते हुए राज्य के कई जिलों में स्कूलों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। यह कदम विशेष रूप से छोटे बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
जिलों में छुट्टियों की स्थिति
अलवर जिले में स्थिति को देखते हुए कक्षा 1 से 8 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 11 जनवरी तक छुट्टियां घोषित की गई हैं। जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया है। भरतपुर में भी कलेक्टर डॉ. अमित यादव ने 9 जनवरी तक स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। इसी तरह दौसा जिले में भी 7 जनवरी तक छुट्टियां घोषित की गई हैं।
मौसम की गंभीर स्थिति
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड का प्रकोप और बढ़ सकता है। सुबह और रात के समय घना कोहरा छाने की संभावना है। इस स्थिति में विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों को अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। शीतलहर की वजह से तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
स्कूल प्रशासन के लिए दिशा-निर्देश
हालांकि छात्रों को छुट्टी दी गई है, लेकिन शिक्षकों और अन्य स्टाफ को स्कूल में उपस्थित रहना अनिवार्य है। स्कूल प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि वे इस दौरान प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से जारी रखें। साथ ही, आवश्यक दस्तावेजीकरण और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करें।
बच्चों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय
शीतलहर से बच्चों की सुरक्षा के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय करने चाहिए। बच्चों को गरम कपड़े पहनाएं और उन्हें ठंड के मौसम में बाहर जाने से बचाएं। गरम दूध, सूप जैसे पेय पदार्थों का सेवन कराएं। किसी भी तरह की सर्दी-जुकाम की समस्या होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
अभिभावकों की जिम्मेदारी
इस मौसम में अभिभावकों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। उन्हें अपने बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। घर में रहने के दौरान बच्चों को स्वस्थ और पौष्टिक आहार दें। साथ ही, उनकी दिनचर्या को नियमित रखें ताकि पढ़ाई में कोई बाधा न आए।
प्रशासन की तत्परता
राज्य प्रशासन शीतलहर से बचाव के लिए पूरी तरह सक्रिय है। स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि वे स्थिति पर नजर रखें और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल कार्रवाई करें। रात में अलाव की व्यवस्था की जा रही है और जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरित किए जा रहे हैं।
निष्कर्ष
राजस्थान में बढ़ती ठंड और शीतलहर को देखते हुए स्कूलों में छुट्टियां बढ़ाना एक सराहनीय कदम है। यह निर्णय बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। अभिभावकों और स्कूल प्रशासन को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस अवधि में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो और उनका स्वास्थ्य भी सुरक्षित रहे। मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेते हुए सभी आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए।