TRAI New Rules 2025:मोबाइल नंबरिंग सिस्टम को अधिक पारदर्शी और उपभोक्ता हितैषी बनाने के लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने नई गाइडलाइन्स जारी की हैं। इन नए नियमों का उद्देश्य मोबाइल नंबरों का कुशल उपयोग सुनिश्चित करना और स्पैम कॉल्स पर लगाम लगाना है। यदि आप मोबाइल उपभोक्ता हैं, तो ये बदलाव आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। आइए जानते हैं इन नए नियमों के बारे में विस्तार से।
मोबाइल नंबर पर कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं
TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे मोबाइल नंबरिंग संसाधनों पर कोई अतिरिक्त शुल्क न लगाएं। इससे उपभोक्ताओं को नए नंबर प्राप्त करने में आसानी होगी और कंपनियों को भी बिना अतिरिक्त चार्ज के नए नंबर मिलते रहेंगे।
निष्क्रिय मोबाइल नंबरों का पुनः उपयोग
जो मोबाइल नंबर लंबे समय से उपयोग में नहीं हैं, उन्हें दोबारा आवंटित किया जाएगा। इससे टेलीकॉम संसाधनों का अधिक कुशल उपयोग होगा और नए ग्राहकों को आसानी से नंबर मिल सकेंगे। यदि कोई नंबर 365 दिनों तक निष्क्रिय रहता है, तो उसे सिस्टम से हटा दिया जाएगा और किसी अन्य ग्राहक को दिया जा सकता है।
STD कॉलिंग पैटर्न में बदलाव
TRAI ने लैंडलाइन से मोबाइल या अन्य लैंडलाइन नंबरों पर कॉलिंग पैटर्न में बदलाव किया है। अब यदि आपको लैंडलाइन से STD कॉल करनी है, तो पहले “0” डायल करना अनिवार्य होगा। हालांकि, मोबाइल से मोबाइल, मोबाइल से लैंडलाइन और लैंडलाइन से मोबाइल कॉलिंग पैटर्न में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
CNAP सिस्टम: अब दिखेगा कॉल करने वाले का नाम
स्पैम कॉल्स और साइबर धोखाधड़ी को रोकने के लिए TRAI ने कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) प्रणाली लागू करने की सिफारिश की है। इस प्रणाली के तहत, जब कोई कॉल करेगा, तो रिसीवर की स्क्रीन पर कॉलर का नाम दिखाई देगा। इससे अनचाही कॉल्स पर नियंत्रण करने में मदद मिलेगी और उपभोक्ताओं को अधिक सुरक्षा मिलेगी।
मोबाइल नंबर निष्क्रिय करने के नए नियम
TRAI ने मोबाइल नंबरों को निष्क्रिय करने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं:
- कोई भी नंबर 90 दिनों से पहले निष्क्रिय नहीं किया जाएगा।
- यदि कोई नंबर लगातार 365 दिनों तक उपयोग नहीं किया जाता, तो उसे स्थायी रूप से डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा।
M2M कनेक्शनों के लिए 13-अंकीय नंबर
इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और स्मार्ट डिवाइसेस की बढ़ती मांग को देखते हुए, TRAI ने मशीन-टू-मशीन (M2M) कनेक्शनों के लिए 13-अंकीय मोबाइल नंबरों का प्रस्ताव दिया है। यह कदम भविष्य की तकनीकी आवश्यकताओं को पूरा करने और नेटवर्क को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए उठाया गया है।
TRAI के नए नियमों के फायदे
इन नई गाइडलाइन्स के लागू होने से भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।
- स्पैम कॉल्स में कमी आएगी।
- मोबाइल नंबरों का सही और कुशल उपयोग होगा।
- उपभोक्ताओं को अधिक पारदर्शिता और सुरक्षा मिलेगी।
- लैंडलाइन से कॉलिंग प्रक्रिया अधिक व्यवस्थित होगी।
- M2M और IoT तकनीक को बढ़ावा मिलेगा।
निष्कर्ष
TRAI द्वारा सुझाए गए ये नए नियम मोबाइल उपभोक्ताओं और टेलीकॉम कंपनियों दोनों के लिए फायदेमंद हैं। इन बदलावों से मोबाइल नंबरिंग सिस्टम अधिक पारदर्शी और उपभोक्ता हितैषी बनेगा। यदि आप मोबाइल उपयोगकर्ता हैं, तो इन नियमों की जानकारी रखना आपके लिए जरूरी है, क्योंकि ये आपके मोबाइल नंबरिंग सिस्टम को सीधे प्रभावित कर सकते हैं।
आपको ये बदलाव कैसे लगे? क्या आप CNAP जैसी नई सुविधा को अपनाने के लिए तैयार हैं? हमें कमेंट में जरूर बताएं!