Advertisement
Advertisements

RBI का बड़ा एक्शन: 10 फाइनेंस कंपनियों का लाइसेंस रद्द, 7 NBFCs ने सरेंडर किया CoR

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 2024 की शुरुआत में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) का लाइसेंस रद्द कर दिया है। साथ ही, 7 अन्य कंपनियों ने स्वेच्छा से अपना सर्टिफिकेट ऑफ रजिस्ट्रेशन (CoR) सरेंडर कर दिया है। यह कदम वित्तीय क्षेत्र में अनुशासन और नियंत्रण को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

Advertisements

RBI की कार्रवाई का विवरण और प्रभाव

आरबीआई ने 9 जनवरी, 2024 को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में इस कार्रवाई की घोषणा की। यह निर्णय वित्तीय क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। लाइसेंस रद्द होने का सीधा अर्थ है कि इन कंपनियों को अब गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान के रूप में कारोबार करने की अनुमति नहीं होगी।

लाइसेंस रद्द किए गए NBFC की विस्तृत जानकारी

  • ईस्ट इंडिया लीजिंग कंपनी लिमिटेड
  • ककरानिया ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड
  • एकदंत कैपिटल मार्केट्स प्राइवेट लिमिटेड
  • गोल्ड स्टार बिजनेस प्राइवेट लिमिटेड
  • साइबर एडवाइजरी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड
  • जीत फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड
  • बावीसन मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड
  • एक्सपेक्टिव डिस्ट्रीब्यूटर्स प्राइवेट लिमिटेड
  • जे.एम टेक्सटाइल प्राइवेट लिमिटेड

स्वैच्छिक लाइसेंस समर्पण का विश्लेषण

सात कंपनियों ने विभिन्न कारणों से स्वेच्छा से अपना लाइसेंस समर्पित किया है। इनमें से:

Advertisements
Also Read:
March Bank Holiday List मार्च में कितने दिन बंद रहेंगे बैंक, RBI ने जारी किया छुट्टियों का पूरा शेड्यूल March Bank Holiday List
  • दिल्ली की चार कंपनियां NBFC व्यवसाय से बाहर निकलने का निर्णय
  • टिन्ना फाइनेंस लिमिटेड ने कोर निवेश मानदंडों के कारण
  • चेन्नई और कोलकाता की कंपनियों का व्यावसायिक पुनर्गठन

वित्तीय क्षेत्र पर प्रभाव और भविष्य की दिशा

इस कार्रवाई से वित्तीय क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं:

  1. बेहतर नियामक अनुपालन
  2. उपभोक्ता हितों का संरक्षण
  3. वित्तीय बाजार में विश्वसनीयता में वृद्धि
  4. NBFC क्षेत्र का स्वस्थ विकास

निष्कर्ष और आगे की राह

RBI की यह कार्रवाई वित्तीय क्षेत्र में अनुशासन और पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल अनियमित गतिविधियों पर अंकुश लगाएगी, बल्कि NBFC क्षेत्र में विश्वास को भी मजबूत करेगी। उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है, जो उन्हें अधिक सुरक्षित और विनियमित वित्तीय वातावरण प्रदान करेगा।

Advertisements

वित्तीय क्षेत्र के विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम लंबी अवधि में भारतीय वित्तीय बाजार को और अधिक मजबूत बनाएगा। NBFC क्षेत्र में यह सुधार आने वाले समय में बेहतर वित्तीय सेवाओं और उपभोक्ता संरक्षण को सुनिश्चित करेगा।

Also Read:
Jio Best Recharge Plan 2025 Jio का सबसे बेस्ट 84 दिन वाला प्लान, सस्ते में पाएं अनलिमिटेड इंटरनेट और कॉलिंग Jio Best Recharge Plan 2025

Advertisements

Leave a Comment

WhatsApp Group