New SIM Card Rules 2025: साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने सिम कार्ड जारी करने के नियमों को सख्त कर दिया है। टेलीकॉम विभाग ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को डिजिटल इंटिग्रेटिड वेरिफिकेशन सिस्टम लागू करने का निर्देश दिया है। यह कदम साइबर क्राइम पर रोक लगाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
सिम कार्ड लेने की प्रक्रिया हुई सख्त
अब किसी भी ग्राहक को सिम कार्ड प्राप्त करने के लिए कड़ी जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा। टेलीकॉम कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि सिम कार्ड जारी करने से पहले ग्राहक की पूरी जानकारी सही और प्रमाणित हो। इसमें बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे फर्जी कनेक्शनों पर रोक लग सके।
बिना बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन नहीं मिलेगा सिम कार्ड
नए नियमों के तहत बिना बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के कोई भी सिम कार्ड जारी नहीं किया जाएगा। ग्राहक को आधार कार्ड या अन्य बायोमेट्रिक पहचान पत्र जमा करना अनिवार्य होगा। इससे धोखाधड़ी के मामलों में कमी आने की उम्मीद की जा रही है।
ग्राहक के नाम पर कितने सिम कार्ड?
टेलीकॉम कंपनियों को यह जांच करनी होगी कि किसी ग्राहक के नाम पर कितने सिम कार्ड पहले से सक्रिय हैं। यदि किसी व्यक्ति ने अलग-अलग नाम से कनेक्शन लिए हैं, तो उसकी भी पूरी जांच की जाएगी। इस नई व्यवस्था से फर्जी सिम कार्ड के दुरुपयोग पर लगाम लगाई जा सकेगी।
10 अलग-अलग एंगल से ली जाएगी ग्राहक की फोटो
नई वेरिफिकेशन प्रक्रिया में ग्राहक की फोटो 10 अलग-अलग एंगल से ली जाएगी। यह कदम सिम कार्ड फ्रॉड को रोकने के लिए किया गया है ताकि ग्राहक की असली पहचान दर्ज हो सके और फर्जी पहचान पर सिम कार्ड जारी न किया जाए। इससे कंपनियों को हर ग्राहक की पूरी जानकारी एक सुरक्षित डेटाबेस में स्टोर करनी होगी।
सरकार ने अब तक 2.5 करोड़ फर्जी सिम किए ब्लॉक
सरकार लगातार फर्जी सिम कार्ड को ब्लॉक कर रही है और अब तक करीब 2.5 करोड़ फर्जी सिम कार्ड ब्लॉक किए जा चुके हैं। यह कदम साइबर सुरक्षा को मजबूत करने और ऑनलाइन धोखाधड़ी को कम करने के लिए उठाया गया है। टेलीकॉम विभाग के मुताबिक, आने वाले समय में इस प्रक्रिया को और भी सख्त किया जाएगा।
डिजिटल वेरिफिकेशन से होगा ग्राहकों का डेटा सुरक्षित
डिजिटल इंटिग्रेटिड वेरिफिकेशन सिस्टम के जरिए ग्राहक की पहचान सुनिश्चित की जाएगी और उसकी निजी जानकारी को सुरक्षित रखा जाएगा। इससे यह पक्का होगा कि सिम कार्ड सही व्यक्ति के नाम पर ही जारी हो रहा है और उसका गलत उपयोग नहीं किया जा रहा।
टेलीकॉम कंपनियों के लिए सख्त दिशा-निर्देश
सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों के लिए नए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कंपनियों को अब अपने ग्राहकों की पहचान और सत्यापन के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग करना होगा। यदि कोई कंपनी इन नए नियमों का पालन नहीं करती है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
निष्कर्ष
नए सिम कार्ड नियम साइबर फ्रॉड को रोकने और डिजिटल सुरक्षा को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन नियमों के लागू होने से ग्राहकों की सुरक्षा बढ़ेगी और फर्जी सिम कार्ड जारी करने की घटनाओं में कमी आएगी। सरकार के इन सख्त कदमों से डिजिटल इंडिया को भी मजबूती मिलेगी।