Loan Approval Rules: आज के दौर में लोन लेना आसान तो हो गया है, लेकिन सिर्फ अच्छे CIBIL स्कोर के आधार पर लोन अप्रूवल की गारंटी नहीं होती। बैंक और फाइनेंशियल संस्थान लोन देने से पहले कई फैक्टर्स का विश्लेषण करते हैं। अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा है, फिर भी लोन नहीं मिल रहा है, तो इसके पीछे कुछ प्रमुख कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि बैंक किन जरूरी नियमों को ध्यान में रखते हैं और कैसे आप अपने लोन अप्रूवल के चांस बढ़ा सकते हैं।
1. डेब्ट-टू-इनकम (DTI) रेश्यो का सही होना जरूरी
DTI यानी डेब्ट-टू-इनकम रेश्यो यह दर्शाता है कि आपकी कुल मासिक आय का कितना प्रतिशत मौजूदा लोन की ईएमआई चुकाने में जा रहा है। यह बैंक के लिए एक महत्वपूर्ण पैमाना होता है।
DTI रेश्यो कैसे कैलकुलेट करें?
DTI = (मासिक लोन भुगतान / कुल मासिक आय) x 100
उदाहरण के लिए, अगर आपकी मासिक आय ₹50,000 है और आपकी मौजूदा ईएमआई ₹15,000 है, तो आपका DTI रेश्यो 30% होगा।
DTI रेश्यो कितना होना चाहिए?
- 40% से कम: बैंक इसे आदर्श मानते हैं और लोन अप्रूवल की संभावना अधिक होती है।
- 40% से 50%: कुछ बैंक इस सीमा तक लोन अप्रूव कर सकते हैं, लेकिन ब्याज दर ज्यादा हो सकती है।
- 50% से अधिक: लोन अप्रूवल की संभावना बहुत कम हो जाती है।
अगर आपका DTI रेश्यो ज्यादा है, तो नए लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपने मौजूदा लोन का भुगतान कम करने का प्रयास करें।
2. EMI-टू-नेट मंथली इनकम (EMI/NMI) रेश्यो भी मायने रखता है
बैंक सिर्फ DTI ही नहीं, बल्कि EMI/NMI रेश्यो भी चेक करते हैं। यह रेश्यो दर्शाता है कि आपकी नेट मासिक आय का कितना हिस्सा ईएमआई में जा रहा है।
EMI/NMI रेश्यो कैसे तय होता है?
- 50% से कम: बैंक इसे सुरक्षित मानता है और लोन अप्रूवल आसान होता है।
- 50% से 55%: बैंक थोड़ी जांच के बाद लोन अप्रूव कर सकता है।
- 55% से अधिक: लोन अप्रूवल में दिक्कत हो सकती है।
अगर आप पहले से ही कई लोन चुका रहे हैं और आपकी EMI इनकम के मुकाबले अधिक हो गई है, तो नया लोन लेना मुश्किल हो सकता है।
3. लोन-टू-वैल्यू (LTV) रेश्यो का ध्यान रखें
अगर आप होम लोन या ऑटो लोन लेना चाहते हैं, तो बैंक LTV रेश्यो का भी मूल्यांकन करता है।
LTV रेश्यो क्या है?
LTV रेश्यो दर्शाता है कि बैंक आपकी संपत्ति के मुकाबले कितना लोन दे रहा है। उदाहरण के लिए, अगर आपकी संपत्ति की कुल कीमत ₹50 लाख है और बैंक ₹40 लाख लोन दे रहा है, तो आपका LTV रेश्यो 80% होगा।
LTV रेश्यो कितना होना चाहिए?
- होम लोन के मामले में 75% से 90% तक का LTV बैंक स्वीकार कर सकते हैं।
- अगर आपका LTV रेश्यो कम है, तो लोन अप्रूवल के चांस अधिक होते हैं।
क्या सिर्फ अच्छा CIBIL स्कोर काफी नहीं है?
CIBIL स्कोर महत्वपूर्ण है, लेकिन अकेले यह लोन अप्रूवल की गारंटी नहीं देता।
अच्छा CIBIL स्कोर कैसे बनाए रखें?
- सभी क्रेडिट कार्ड बिल और लोन EMI समय पर चुकाएं।
- बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई न करें, इससे स्कोर गिर सकता है।
- अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग 30% से कम रखें, यानी अगर लिमिट ₹1,00,000 है, तो महीने में ₹30,000 से ज्यादा खर्च न करें।
- ज्यादा कर्ज होने पर नया लोन लेने से बचें।
कैसे बढ़ाएं लोन अप्रूवल के चांस?
- सिबिल स्कोर सुधारें: अगर स्कोर 750 से कम है, तो उसे बढ़ाने का प्रयास करें।
- DTI रेश्यो कम करें: ज्यादा लोन लेने से बचें और इनकम के हिसाब से EMI रखें।
- अच्छी सैलरी दिखाएं: सेल्फ-एम्प्लॉयड लोगों को अपनी आय के सही दस्तावेज दिखाने चाहिए।
- बैंक स्टेटमेंट सही रखें: बार-बार ओवरड्राफ्ट या लो बैलेंस दिखने से लोन अप्रूवल में दिक्कत आ सकती है।
- संयुक्त (Joint) लोन लें: अगर क्रेडिट स्कोर कम है, तो पति/पत्नी या माता-पिता के साथ ज्वाइंट लोन लें।
निष्कर्ष
अगर आप लोन लेना चाहते हैं, तो सिर्फ CIBIL स्कोर पर निर्भर न रहें। बैंक आपकी आय, मौजूदा लोन, डेट-टू-इनकम रेश्यो और अन्य वित्तीय फैक्टर्स पर भी ध्यान देता है। इसलिए, लोन अप्लाई करने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करें, मौजूदा कर्ज को कम करें और सही प्लानिंग के साथ आगे बढ़ें।